Saturday, October 26, 2013

To the Most Beloved Sid!

To the most beloved Sid........


अब तो तू ...और भी सताएगा

 

IRMA H block  अब हंटर  कैसे कहलायेगा 

गुलाम का "मुन्ना" कह मुझे कौन "पकिया" बुलाएगा

अँधेरी रातों में , धीरे से उरिया तान कौन छेर जायेगा

बासी चिकन चावल का नशा अब कौन समझाएगा

ओल्ड मोंक के संग- "तू असली भाई है"- उस प्यार से कौन बोल जायेगा

कालर को उठा के , ishtyle में सिगरेट कौन लाइट कर पायेगा

होठों को कर के राउंड , सुरुली सीटी कौन बजाएगा

 

बंधू... जा कर अब तू, और भी सताएगा

अब और भी सताएगा..

 

डांस फ्लोर पे अब कौन संग ठुमके लगाएगा

वाइट शर्ट/ ब्लू जीन्स कॉम्बो को अब कौन haute  coutoure  कह जायेगा

भोलेपन के शेह्ज़ादे.. अब हर लड़की के दिल ,कौन भा जायेगा

पार्क स्ट्रीट पे पुलिस जिप्सी से रेसअब कौन लगाएगा

बारिश बीच, ट्रैफिक रोक, रोड पे sallu डांस ,अब कौन कर पायेगा..

NGO से MLA बनने की नसीहत अब कौन दे जायेगा

 

पगले... जा कर अब तू, और भी सताएगा

अब और भी सताएगा...

 

हमसफ़र था और आज भी है ...

तेरी सादगी , तेरा भोलापन .. आज भी है..

तेरी मृदु आवाज ..  आज भी है

इंसानियत को इंसान बना दे तू..

हमें तुझ पे बेहद नाज़ .. आज भी है

दिल की म्यूजिक का सतरंगी साज़ तू .. आज भी है

आज भी है..

 

फिर भी प्यारे

जा कर अब तू , और भी सताएगा

अब और भी सताएगा...

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